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Showing posts from March, 2021

Peaceful smile

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 बस ऑलमोस्ट निकलने ही वाली थी, तब मैं जल्दी जल्दी बस मे दौड़ कर चढ़ा, लेफ्ट साइड मे आगे से तीसरी विंडो सीट का मेरा रिजरवेशन था  |  बट वहाँ एक लड़की पहले से बैठी हुई थी लेकिन उसके बगल वाली सीट खाली थी , मैने उस लड़की को अपना टिकट दिखाते हुए बोला ये मेरी सीट हैं  उसने मेरी तरफ़ देखा और फिर बगल वाली सीट मे बैठ गई जो उसकी थी, शायद वो कुछ कहना चाहती थी ऐसा उसके चेहरे से लग रहा था उसकी आंखे जहा तक यही कहना चाह रही थी मुझे विंडो साइड बैठने का मन हैं उसके कुछ ना बोलने का शायद एक ये रीज़न  भी हो सकता हैं की मेरा चेहरा पसीने से भीगा हुआ था और काफ़ी सीरियस होकर उससे सीट के लिए बोला था  खैर मैने सीट के ऊपर ड्रार मे अपना बैग रखा और चेहरे के तरफ़ एसी करके बैठ गया  काफ़ी थका हुआ भी फील हो रहा था क्युकी पूरा दिन दोस्तो के साथ  मस्ती जो की थी . थोड़ी देर मे पसीना वगैरा सूखा, मैने पॉकेट से फोन निकाला और व्हॉट्सएप मे स्टेटस वगैरा देखने लगा,  कुछ टाईम मुझे नोटिस करने के बाद उसने अपने इयर फोन ऑफर किए, बोली सॉंग्स वगैरा सुनना हो तो ये लो  मैने मना कर दिया नही!, ...

Story of Bitch & female Elephant

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 एक कुतिया और एक हथिनी बहुत अच्छे दोस्त थें  तो हुआ क्या कि दोनों एक साथ प्रेगनेंट हो गये   अब 4-5 महीने मे उस फीमेल डॉग ने 6-7 पप्पी को जन्म दिया  फिर अगले  4-5  महीने मे‌ 6-7 पप्पी  दीये ऐसा करते-करते 2 साल मे  करीब-करीब 24-25 पप्पी को जन्म दिया  अब वो दौडी़-दौडी़ गई हथिनी के पास, बोली तुम स्योर हो कि तुम प्रेगनेंट हो! तुम्हें लगता हैं की तुम्हारे पेट मे कोई बच्चा हैं ? मैने दो साल मे 24-25 बच्चो को जन्म दिया और तुमने एक सिंगल बेबी को भी नही! हथिनी ने जवाब दिया, देख मैं तुझसे इस बारे मे कोई बात तो नही करना चाहती थी पर तूने अब बात शुरु कर दी हैं तो सुन ले  जो मैं अपने गर्भ मे पाल रही हूँ  वो कोई पप्पी नही हैं, इट्स अ एलीफैंट।  जब-जब  मेरा बच्चा जमीन मे पैर पटकेगा तब-तब धरती उसे महसूस करेगी  जब वो रोड पार करेगा ट्रैफिक रुक जाएगा  जब वो बस्ती मे जाएगा लोग हाथ जोड़ कर प्रणाम करेंगे । इसलिए मुझेे कुछ समय लगेगा। आप लोगों के जानकारी के लिए बता दू । कुतिया - 4-5 महीने मे बच्चो को जन्म देती हैं और एक साथ 6-8 बच्चो क...

Helping hands inspiration from sandeep maheshwari

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 लगभग जून जुलाई कि बात है, मै 12th की बुक्स कॉपीज लेके वापस आ रहा था मेरे साथ मेरी कजन सिस्टर भी थी धूप काफी थी और साथ में सामान भी था ढेर सारा । ऑटो वाले ने हमे बाईपास उतारा हालाकि घर बस वहा से थोड़ी दूर ही था पर पैदल जाना हमारे बस के बाहर था क्युकी एक तो धूप ऊपर से इत्ती भारी बुक्स वगैरा, पास मे एक रिक्शे वाला खड़ा था मैंने उससे पूछा  कितने रुपए लोगे पास मे ही जाना है उसने पूछा अलेके हो ? मैने रिप्लाई किया दो लोग है और साथ में सामान है तीन गली के बाद घर है पैसे बताओ  उसने जवाब दिया बाबू जी 30 रुपए आप दे देना, मैंने तुरंत बुक्स वगैरा सब रख दी रिक्शे मे पलट कर देखा तो दीदी जी मेरी गन्ने के रस वाले से दो ग्लास गन्ने का रस का ऑर्डर दे चुकी थी। मै पास गया बोला दीदी रिक्शा खड़ा है चले घर! उन्ने मेरी तरफ देखा और दुकान वाले से बोली भैया 3 ग्लास कर देना एक फुल दो हाफ ग्लास । अब मै मन ही मन सोच रहा, हद है यार रिक्शा मिला नहीं कि घर के लिए भी अभी पैक कराने लगी । 4-5 मिनट में उसने बना बुनू कर ग्लास  मे डाल कर दिया पहला ग्लास हमने ही लपका दूसरा दीदी ने लिया अब उसने पूछा फुल ग्ल...