Posts

Peaceful smile

Image
 बस ऑलमोस्ट निकलने ही वाली थी, तब मैं जल्दी जल्दी बस मे दौड़ कर चढ़ा, लेफ्ट साइड मे आगे से तीसरी विंडो सीट का मेरा रिजरवेशन था  |  बट वहाँ एक लड़की पहले से बैठी हुई थी लेकिन उसके बगल वाली सीट खाली थी , मैने उस लड़की को अपना टिकट दिखाते हुए बोला ये मेरी सीट हैं  उसने मेरी तरफ़ देखा और फिर बगल वाली सीट मे बैठ गई जो उसकी थी, शायद वो कुछ कहना चाहती थी ऐसा उसके चेहरे से लग रहा था उसकी आंखे जहा तक यही कहना चाह रही थी मुझे विंडो साइड बैठने का मन हैं उसके कुछ ना बोलने का शायद एक ये रीज़न  भी हो सकता हैं की मेरा चेहरा पसीने से भीगा हुआ था और काफ़ी सीरियस होकर उससे सीट के लिए बोला था  खैर मैने सीट के ऊपर ड्रार मे अपना बैग रखा और चेहरे के तरफ़ एसी करके बैठ गया  काफ़ी थका हुआ भी फील हो रहा था क्युकी पूरा दिन दोस्तो के साथ  मस्ती जो की थी . थोड़ी देर मे पसीना वगैरा सूखा, मैने पॉकेट से फोन निकाला और व्हॉट्सएप मे स्टेटस वगैरा देखने लगा,  कुछ टाईम मुझे नोटिस करने के बाद उसने अपने इयर फोन ऑफर किए, बोली सॉंग्स वगैरा सुनना हो तो ये लो  मैने मना कर दिया नही!, ...

Story of Bitch & female Elephant

Image
 एक कुतिया और एक हथिनी बहुत अच्छे दोस्त थें  तो हुआ क्या कि दोनों एक साथ प्रेगनेंट हो गये   अब 4-5 महीने मे उस फीमेल डॉग ने 6-7 पप्पी को जन्म दिया  फिर अगले  4-5  महीने मे‌ 6-7 पप्पी  दीये ऐसा करते-करते 2 साल मे  करीब-करीब 24-25 पप्पी को जन्म दिया  अब वो दौडी़-दौडी़ गई हथिनी के पास, बोली तुम स्योर हो कि तुम प्रेगनेंट हो! तुम्हें लगता हैं की तुम्हारे पेट मे कोई बच्चा हैं ? मैने दो साल मे 24-25 बच्चो को जन्म दिया और तुमने एक सिंगल बेबी को भी नही! हथिनी ने जवाब दिया, देख मैं तुझसे इस बारे मे कोई बात तो नही करना चाहती थी पर तूने अब बात शुरु कर दी हैं तो सुन ले  जो मैं अपने गर्भ मे पाल रही हूँ  वो कोई पप्पी नही हैं, इट्स अ एलीफैंट।  जब-जब  मेरा बच्चा जमीन मे पैर पटकेगा तब-तब धरती उसे महसूस करेगी  जब वो रोड पार करेगा ट्रैफिक रुक जाएगा  जब वो बस्ती मे जाएगा लोग हाथ जोड़ कर प्रणाम करेंगे । इसलिए मुझेे कुछ समय लगेगा। आप लोगों के जानकारी के लिए बता दू । कुतिया - 4-5 महीने मे बच्चो को जन्म देती हैं और एक साथ 6-8 बच्चो क...

Helping hands inspiration from sandeep maheshwari

Image
 लगभग जून जुलाई कि बात है, मै 12th की बुक्स कॉपीज लेके वापस आ रहा था मेरे साथ मेरी कजन सिस्टर भी थी धूप काफी थी और साथ में सामान भी था ढेर सारा । ऑटो वाले ने हमे बाईपास उतारा हालाकि घर बस वहा से थोड़ी दूर ही था पर पैदल जाना हमारे बस के बाहर था क्युकी एक तो धूप ऊपर से इत्ती भारी बुक्स वगैरा, पास मे एक रिक्शे वाला खड़ा था मैंने उससे पूछा  कितने रुपए लोगे पास मे ही जाना है उसने पूछा अलेके हो ? मैने रिप्लाई किया दो लोग है और साथ में सामान है तीन गली के बाद घर है पैसे बताओ  उसने जवाब दिया बाबू जी 30 रुपए आप दे देना, मैंने तुरंत बुक्स वगैरा सब रख दी रिक्शे मे पलट कर देखा तो दीदी जी मेरी गन्ने के रस वाले से दो ग्लास गन्ने का रस का ऑर्डर दे चुकी थी। मै पास गया बोला दीदी रिक्शा खड़ा है चले घर! उन्ने मेरी तरफ देखा और दुकान वाले से बोली भैया 3 ग्लास कर देना एक फुल दो हाफ ग्लास । अब मै मन ही मन सोच रहा, हद है यार रिक्शा मिला नहीं कि घर के लिए भी अभी पैक कराने लगी । 4-5 मिनट में उसने बना बुनू कर ग्लास  मे डाल कर दिया पहला ग्लास हमने ही लपका दूसरा दीदी ने लिया अब उसने पूछा फुल ग्ल...

Most you like on me ?

Image
 वो मेरे लिए अंनोन थी, फिर उसका प्रपोजल आया और धीरे धीरे बात शुरू हुई मेरे लिए भी ये पहला एक्सपीरियंस था, इसे अभी प्यार नहीं बोल सकते क्युकी सही से मै उसे जानता भी नहीं था, उसने तो यही बोला था कि, उसे बहुत प्यार है हमसे, अब उसका वहीं जाने उसकी बातो मे कितनी सच्चाई थी या कितना झूठ । इसे नई दोस्ती की शुरुआत बोल सकते है जो डे बाई डे बढ़ती जा रही है  अब कॉल पे भी थोड़ी थोड़ी बातें शुरू होने लगी थी और एक दिन ऐसे ही बातो ही बातो मे उसने पूछ लिया कि " ये बताओ तुम्हे मुझमें सबसे ज्यादा क्या अच्छा लगता है ?"        मैंने बात घुमाने की कोशिश कि पर उसने दुबारा से फिर वही रिपीट किया बताओ क्या पसंद है सबसे ज्यादा ?।         दिक्कत इस बात की थी कि हम जब बात करते थे तो एक दूसरे को काफी इज्जत देते थे जैसे तुम की जगह आप बोलना, काफी कूल माइंड से बात करना, काफी वर्डिंग भी सभ्य टाइप की यूज करते थे इसका रिप्लाइ देना काफी कोम्प्लीकेटेड था।  थोड़ा सोचा फिर उससे बोला इसका रिप्लाई अगर कल स्कूल में फेस टू फेस दे तो कैसा रहेगा । उसने इंगलिश में रिप्लाई क...

First Kiss

Image
 सन्डे को कोचिंग का बहाना बना कर हम सब एक पार्क घूमने गए हम 6 दोस्तो के बीच में सिर्फ 2 गाडियां थी, बस मौज मस्ती चल ही रही थी कि मैंने मजे मजे में पूछ लिया ' ये बताओ तुम लोगो को उस लड़की का घर पता है क्या जिसने प्रपोज किया था उस दिन हमे ' मानो इतना पूछते ही सबको एक नया टॉपिक मिल गया हो किसी की मौज लेने का, सबके सब तफ़री ले ही रहे थे कि वैभव बोला आओ छोले समोसे खिलाते है स्पेशल जगह से। सब एक्साइटेड हुए और बस बिना किसी देरी के हम सब दुकान के लिए निकल गए । वो हम सबको  इंडस्ट्रियल एरिया में एक दुकान पे ले गया टपरी टाइप कि दुकान थी उसने वहा जाके बताया कि पुलिस चौकी दिख रही है उसके सामने वाला ही घर उस लड़की का है । वैभव उसे काफी पहले से जानता था नम्बर भी था उसके पास उसने उसे कॉल किया जो पिक ना हुआ ।  फिर छोले समोसे ऑर्डर किए गये और साथ में स्प्राइट, दुकान भले छोटी थी पर टेस्टी थे समोसे, अब बारी आई पैसे देने कि सबने चंदा किया किसी के जेब में 20 निकले किसी के पास 30 इकट्ठा हुआ पैसा बिल दिया गया तबतक वैभव के पास बैंक कॉल आई उसी लड़की कि, कॉल पिक की जो भी बात की हो वैभव ने उससे वो ब...

14 Febuary black day for India

Image
       मोहब्बत का दिन था यारो , मोहब्बत सिखा गए               लहू से अपने भारत मां को सजा गए। 14 फरवरी 2019 की शाम  3:20  पर जम्मू के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले में हुए आतंकवादी  हमने में हमारे 44 जवान शहीद हो गए  करीब 48 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे ये हमला श्रीनगर जम्मू हाईवे पर हुआ था। सीआरपीएफ के काफिले में  बटालियन के करीब 2500 जवान और 70 गाडियां थी जो पुलवामा जिले के अवंती पूरा इलाके से गुजर रही थी तभी एक कार काफिले के एक बस से टकराई और एक आईईडी ब्लास्ट हुआ  सीआरपीएफ के एक बस के चीथड़े उड़ गए कई और गाडियां भी चपेट में आ गई कुछ जवानों ने बचने कि कोशिश कि तो आतंकवादीयो ने अधाधुंध गोली चला दी और फरार हो गए ये आत्म घाती हमला था हमले में इस्तेमाल गाड़ी स्कॉर्पियो थी जिसका  नम्बर जम्मू का ही था गाड़ी चला रहा था आदिल जो 2018 में ही जैशे मोहम्मद नाम के एक आतंकवादी  संगठन में शामिल हुआ था हमले में उसकी भी जान चली गए थी । घाटी के न्यूज चैनल में आतंकी संगठन ने हमने की जिम्मेदारी ली और ...

Realty of indian media -2021

Image
 पूरे विश्व में हमारी इंडियन मीडिया 142 रैंक में स्टैंड करती है आउट ऑफ़ 180 इसका सीधा मतलब ये है कि 141 देशों को मीडिया हमारे देश से बेहतर है और अच्छा काम कर रही है  अब वो क्यों बेहतर है इसके बारे में बात करते है । दूसरे देशों में सोशल मीडिया में झूठ बोला जाता है और मेन स्ट्रीम मीडिया क्लियर करती है पर हमारे देश मे तो बिल्कुल उल्टा ही है यहां मेन स्ट्रीम मीडिया झूठ बोलती है फिर उसे सोशल मीडिया में क्लियर किया जाता है । जब भी कोई घटना होती है तो एक जर्नलिस्ट का काम होता है कि बिना अपनी राय रखे हुए सारी की सारी जानकारी लोगो तक पहुंचाए फिर ये लोगो के ऊपर है क्या मानना है और क्या नहीं पर इंडियन मीडिया सच्चाई के सिवा सबकुछ दिखा देती है वो बेगुनाह को अपराधी और अपराधी को बेगुनाह भी साबित कर देते हैं  और इंडियन एंकर्स एंकर कम एक्टर ज्यादा है जो सिर्फ एक्टिंग करना जानते है  और ऐसा नहीं है कि सारे न्यूज चैनल अगल अगल काम  करते हैं  सारे न्यूज चैनल एक सा ही करते है बस इंसब ने गुट अलग अलग पकड़ रखा है  महात्मा गांधी घर घर नहीं गए थे अपने विचार बताने जब वो जेल में भी...